निलादेवी दसमहा विद्याओं में अन्यतम द्वितीय महाविद्या तारा देवी का ही रूपभेद मात्रा हैं. प्रत्येक महाविद्या ही एक अखण्ड महाविद्या तत्त्व के विभिन्न प्रकाश हैं. वन्हिः प्रकाश में रूप-विभिन्नता परिलक्षित होने पर भी मूलतः ये एक ही मातृकाशक्ति से प्रस्फुट होकर व्यापक रूप में हैं.
विशेषतः कलयुग में नीलरूपा यह महाविद्या ही मानवों के लिए भोग एवं मुक्ति देने वाली है. श्रीनीलतन्त्र एक महातंत्र है, जो सर्वोत्तम तंत्र से श्रेष्ठतर तंत्र है.
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